उन्होंने कहा कि बीच-बीच में सांस्कृतिक कार्यक्रम से बच्चों का मानसिक विकास होता है। परन्तु आज के इस युग में धर्म के साथ मानसिक एवं शारीरिक क्रियाएं भी अत्यंत आवश्यक है जिससे बच्चों को आने वाले समय में धर्म के साथ साथ अच्छा स्वास्थ्य लाभ भी मिल सके। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ सदस्य के अलावा बच्चों के परिजन भी उपस्थित थे सभी ने मिलकर इस आयोजन को सफल बनाया।